मुझे ओर तकलीफ़ मत देना ।
कम होती सांसो ने आखरी फ़रमाइश की,
उसकी खशबू में डूबा दो मुझे,
बंद होती आखों नें आखरी फ़रमाइश की,
उसे आखरी बार देखा दो मुझे,
रुक रही धड़कनों ने आखरी फ़रमाइश की,
उसकी आवाज सुना दो मुझे,
मैं करता भी क्या
मेरे टूटा दिल बार-बार कह रहा था,
मुझे सोना है चैन की नींद सदा के लिए,
मुझे ओर तकलीफ़ मत देना ।
Hindi Story