किसी की अदा पर मत मरना
उसकी हर अदा पर शेयर लिख दूंगा,मगर पड़ने वाले से यही कहूँगा,
किसी की अदा पर मत मरना,
क्योंकि वो अदाएं तो तुम्हें दिखाती है
मगर दिल किसी ओर से लगती है ।
हुस्न की अदाओं पर मरने वालों जरा संभल कर ।
हुस्न है बहुत इस शहर में,
जरा संभल कर निकलना किसी मोहल्ले से,
नींद यहां उड़ जाएगी,
चैन यहां खो जाएगा,
जितने चहरे देखोगे सब से प्यार हो जाएगा ।