जीने की उमीद न थी ।

Dard or shayari


जीने की उम्मीद न थी ।

आखों को आंसुओं का,
दिल को गम का सहारा मिला,
जीने की उम्मीद न थी,
फिर भी जी गए जिंदगी,
हमें सनम इतना प्यार मिला ।

जिंदगी को यादों का,
नींद को सपनों का,
दर्द को उसकी मीठी बातों का सहारा मिला,
जीने की उम्मीद न थी,
फिर भी जी गए जिंदगी,
हमें सनम इतना प्यार मिला ।

जख्मों को वक़्त का,
सांसों को उसकी खुसबू का,
धड़कन को उसकी आवाज का सहारा मिला,
जीने की उम्मीद न थी,
फिर भी जी गए जिंदगी,
हमें सनम इतना प्यार मिला ।

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मोहब्बत में मिलना जरुरी तो नहीं,
मोहब्बत की यादें में जीना जरूरी है ।

Hello

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