जिस से प्यार है दर्द भी वही है,
तू चल कर तो देख इस राह पर
दर्द ओर ग़म ही होगा चारों तरफ़,
सब को मिल जाये अपनी मोहब्बत
ऐसी किस्मत सब की नहीं है,
मोहब्बत की दुनिया का दस्तूर यही है,
जिस से प्यार है दर्द भी वही है ।
सालों साथ चले,
पकड़ कर हाथ चले,
एक दिन जुदा होना पड़ा,
मोहब्बत दर्द है किसी ने सच्ची बात कही है,
मोहब्बत की दुनिया का दस्तूर यही है,
जिस से प्यार है दर्द भी वही है ।
दूर तक निकल गए थे हम मोहब्बत में,
लौट कर आना मुश्किल था जिंदगी में,
जिंदगी अभी भी उन यादों में जी रही है,
मोहब्बत की दुनिया का दस्तूर यही है,
जिस से प्यार है दर्द भी वही है ।
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मोहब्बत का सफर, दर्द की दुनिया,
आँसू हैं साथी, गम है मंजिल ।