House wife ki vodka party
जिस काम को दिल से किया जाए वो सफ़ल हो ही जाता है, उन्होंने भी दिल से वोडका पार्टी प्लैनिग की थी और आज रात सभी उसके लिए कशिश के घर इकठा हो रही थी ।
तैयारी हो चुकी थी सुमन 6 बजे ही कशिश के घर आ गई थी, उन्होंने पार्टी के लिए सभी सामान इकठ्ठा कर लिया था वो नहीं चाहती थी उनकी रात को कोई खराब करे, इस लिए उन्होंने डिनर घर पर ही बनाने की सोची, 7 बजे सभी ने आना था और उसके बाद बाहर की कोई बात अंदर ना आ सके और अंदर की कोई बात बाहर ना जाये ऐसा प्रोग्राम था ।
7 बजे तक कोमल को छोड़ बाकी सभी पहुंच गई, 7:10 पर कोमल का पति उसे छोड़ने कशिश के घर आया, उसने कोमल से कहा चलो मैं भी अंदर चलता हूँ अगर कुछ मार्किट से लाना होगा तो ला दूंगा, कोमल सोचने लगी अब क्या करूँ, उसने कहा मेरी कुछ देर पहले ही कशिश से बात हुई थी, उसने कुछ भी लाने से मना कर दिया, अगर फिर भी कुछ जरूरत होगी तो मैं आपको फोन कर दूंगी, सुबह आप चिंता मत करना मैं खुद आ जाऊंगी । कोमल का पति कोमल को कशिश के घर के बाहर छोड़ कर चला जाता है ।
कोमल डोरबैल बजाते है, सुमन दरवाजा खोलती है, कोमल घर के अंदर आती है और देखती है अंदर का माहौल तो पहले ही गर्म हो चुका था,कशिश रसोई में कुछ फ्राई कर रही थी, राधा भी रसोई में ही थे नेहा टेबल पर बैठी पनीर के टुकड़े कर रही थी और सुमन भी रसोई में चली गई, सभी पैंटी ओर ब्रा में थी, कोमल ने कहा थोड़ा इंतज़ार कर लेती वो मेरे पति अंदर आ रहे थे, बड़ी मुश्किल से रोका उन्हें, कशिश ने मज़ाक में कहा मैं तो बैडरूम में चादर लेकर लेट जाती क्योंकि मैं तो बीमार हूँ , यह इधर-उधर छिप जाती, कोमल ने कहा अभी बातें आ रही हैं अगर वो अंदर आ जाते फिर पता लगता, कोमल ने एक बार फिर दरवाजा ओर खिड़की चैक की ओर अपनी जीन्स टॉप उतार दिया , अब पांचों सहेलियां जल्दी से जल्दी रसोई का काम निपटा देना चाहती थी ।
8 बजे तक उन्होंने खाना तैयार कर रख दिया, अब वो पार्टी के लिए फ्री थी, मगर अभी उनके चहरे पर थोड़ी थकावट नज़र आ रही थी, राधा ने कहा ऐसा करते हैं एक बार नहाकर फिर बैठते हैं पांचों ने कपड़े उतार दिये पहले कशिश ओर नेहा नहाने चली गई दोनों को साथ नहाने में बड़ा मजा आता है, वो नहाकर आई और टेबल पर वोडका की बोतल गलास, आइस ओर बाकी समान रखने लगी इतने में राधा,कोमल और सुमन भी नहा कर आ गई, अब पांचों पूरी तरह फ्रैश थी, गोरे बदन चमकने लगे थे, एक्सरसाइज करने की बजह से सभी की बॉडी लाजवाब हो गई थी, सुमन ने वोडका की बोतल को अपने गबारों पर घुमाते हुए कहा आज आएगा मजा , नेहा ने बोतल को पकड़ा और अपने गालों से लगा लिया, कोमल ने बोतल को चूमते हुए कहा देखते हैं किस में ज्यादा नशा है, अभी राधा बोतल पकड़ने वाली ही थी कशिश ने बोतल पकड़ ली और उसका ढकन खोल दिया और खशबू लेने लगी, कशिश ने राधा को बोतल पकड़ाई लो डालो गलासों में, राधा ने बोतल पकड़ी ओर गलास तैयार करने लगी, राधा ने पांच गलास में वोडका डाल दी नेहा एक-एक कर सभी गलास में आइस डालने लगी, सुमन ने कहा मुझे संभाल लेना पहली बार पी रही हूँ, कोमल और नेहा ने कहा हम भी तो पहली बार ही पी रहे हैं ।
कशिश ने कहा यह तो फ्रूट ओर अनाज का पानी है मजे से पीओ, पहले एक घुट भरो ओर फिर धीरे-धीरे उसे गले में छोड़ते जाओ, वनीला फ्लेवर है , सभी ने गलास उठाए ओर चीयर्स किया, सभी ने एक साथ पहला घूंट भर ओर धीरे-धीरे गलास खाली कर टेबल पर रख दिया । जैसे-जैसे वोडका अंदर जाने लगी सभी को सरूर आने लगा । फिर शुरू हुई इनकी निजी बातें ।
कोमल: मैं क्या बताऊँ तुम्हें, जब इनका मुड़ होता है यह मुझे इशारा कर देते हैं कि आज महक (कोमल की बेटी) को दादी के साथ सोने को बोलो, मैं कोई न कोई कारण बना महक को डांट देती हूँ वो गुस्से में खुद ही दादी के पास जाकर सो जाती है । मेरा यह ट्रिक हर बार काम कर जाता है । वरना मैं तो कशिश की बातें सुन तड़फ कर ही रह जाती ।
कशिश: रोहित थका हुआ आता है, पहले मुझे उसे तैयार करना पड़ता है, जैसे, खाना खाने के बाद रोहित थोड़ी देर tv देख लेट जाते हैं, मैं रसोई का काम निपटा नहाने चली जाती हूँ ओर पूरी हॉट ब्रा ओर पैंटी पहन रोहित के साथ जफ्फी डाल कर लेट जाती हूँ, धीरे-धीरे रोहित मेरी तरफ पलट जाता है, वो मुझे kiss करता है उसका kiss होंठो से शुरु होता है और मेरी पूरी बॉडी पर घूम जाता है, एक ही राउंड में तसली हो जाती है ।
सभी अपनी अपनी कहानी सुना रही थी, नेहा के दो बच्चे थे, नेहा ने कहा हमारी तो उम्र हो गई, घर में तो कभी कवार मौका मिलता है, हम साल में एक बार अकेले घूमने जाते हैं , पूरे साल की तड़फ ओर प्यास उन चार पांच दिन में शांत होती है ।
बातों का यह सिंसला आगे बढ़ता रहा और बोतल में से वोडका ख़त्म होती चली गई,
सुमन कशिश की गोद में बैठ गई ओर कहने लगी रोहित कैसे kiss करता है करके दिखा, राधा ने सुमन के गबारों को हाथ से उछाल दिया, सभी एक-दूसरे से छरारतें करने लगी, नेहा नीचे बैठ गई कोमल उसे ऊपर बैठ गई, नेहा ने कोमल के चहरे को अपने गबारों की बीच ले लिया, देर तक वो यूं ही मस्ती करती रही, एक दूसरे के साथ खेलती रही, सभी थोड़े नशे में थी सभी को बहुत मजा आ रहा था, रात के 11 बजने को थे, कशिश ओर राधा ने टेबल पर खाना लगा दिया, सभी ने खाना खाया और एक ही बेड पर सभी लेट गए ।
सुबह 6 बजे कशिश की आंख खुली सभी एक-दूसरे पर लेटकर सोयी हुई थी, कशिश ने अपनी ब्रा ओर पैंटी पहनी ओर सभी को उठाना शुरू किया, कोमल,नेहा,राधा उठो 6 बज गये, जल्दी करो , इससे पहले कि तुम्हारे पति तुम्हे लेने आ जाये तुम घर पहुंच जाओ, सभी जल्दी-जल्दी उठी कपड़े पहने ओर अपने घर जाने को तैयार हो गई, सुमन अभी भी कशिश के पास ही थी, सुमन ने कशिश को पकड़ा और बेड पर लेट गए, सुमन के कशिश से जफ्फी डालते हुए कहा, हमने कोनसा किसी आफिस जाना है चलो कुछ देर ओर लेटते हैं, दोनों 15-20 मिनट के लिए फिर लेट गए, सुबह की नींद का मजा ही अलग है, उधर रात के सभी बर्तन टेबल पर ही पड़े थे, सुमन कशिश की मदद के लिए रुक गई ।
इस तरह इनकी यह लाजवाब पार्टी ख़त्म हो जाती है, सभी बहुत खुश होती हैं, जिंदगी के यह पल इनके लिए यादगार पल बन जाते हैं, अब इनमें साथ रहने कि चाहत बढ़ती जा रही थी, अब यह एक नई प्लैनिग करने लगी । जिसकी जानकारी कहानी के अगले हिस्से में पोस्ट की जाएगी ।
-----------
यह कहानी अभी जारी है
कुछ और हॉट स्टोरी