Hindi Stories कहानी लिखना एक कला है, सबके जीवन में हर पल कुछ न कुछ घटता रहता है, कुछ रोचक , कुछ डरावना, कुछ सिखाने वाला, जो घटनाएं कहानी का रूप ले लेती हैं short stories उन्हें हमेशा याद किया जाता है मगर बहुत से रोचक किस्से stories जो लिखे नहीं गए वो चंद लोगों की यादों में सिमट कर ख़त्म हो जाते हैं Hindi Story ।
भाभी (Bhabhi) Devar (देवर) की दोस्ती ओर प्यार, मस्ती (Fun) ओर बहुत कुछ Hot
आज की कहानी देवर भाभी की कहानी है, जिसमें वो सब कुछ है जो इस कहानी की मस्त बना देगा ।
कोमल की शादी एक महीना पहले ही कुणाल से हुई थी, घर में सांस ओर एक छोटा देवर अमन है, देवर 10+2 की पढ़ाई कर रहा है और सब की नज़र में बहुत अच्छा है, दोनों भाई में खूब पटती है, कभी-कभी एक साथ ड्रिंक भी कर लेते हैं ,कुणाल की एक शॉप है जिस पर अच्छा काम है ।
अमन स्कूल के बाद ज्यादा समय घर पर ही रहता था इस लिए कोमल की नज़र उस पर पड़ जाती थी, वो कोमल को पढ़ाई के बाद अक्सर मोबाइल पर चैट करते हुए ही नज़र आता था, कोमल अक्सर अमन से पूछती रहती थी कुछ चाहिए हो तो बता देना, अब अमन को भी भाभी आदत पडने लगी थी उसे जो चाहिए होता वो भाभी से कह देता, दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई थी,
देवर भाभी का रिश्ता ओर प्यार
घर के काम ख़त्म होने के बाद जब कोमल फ्री होती और अमन पढ़ाई के बाद मोबाइल पर चैट कर रहा होता तो कोमल उसके ओर अपने लिये चाय बना लेती ओर उसके पास आ कर बैठ जाती, उससे कुछ न कुछ पूछती रहती मगर अमन का पूरा ध्यान मोबाइल पर ही रहता वो हाँ ना में जवाब देता ।
कोमल अक्सर कोशिश करती की उसे पता चले की अमन किससे चैट कर रहा है, क्या कोई लड़की है, अमन को देख वो अपने ही मन में कुछ न कुछ सोचती रहती, वो उसे समझने की कोशिश कर रही थी, अमन को भी अच्छा लगता था जब कोमल उसके पास आकर बैठ जाती थी ।
एक दिन कोमल ने अमन से पूछ ही लिया, मोबाइल में इतना क्यों खोए रहते हो, जब मैं तुम्हारे पास आती हूँ मुझ से भी कोई बात कर लिया करो, अगर प्यार प्यूर का चक्र है तो सबसे ज्यादा मैं ही तुम्हारे काम आऊंगी , अमन ने कहा नहीं भाभी बस ऐसे ही दोस्तों के साथ चैट होती है और कुछ नहीं, आप मेरा इतना ध्यान रखती हैं मुझे बहुत अच्छा लगता है, आप बहुत प्यारी हैं, कोमल ने अमन का हाथ पकड़ते हुए कहा बस-बस, अगर कोई बात हुई तो मुझे जरूर बताना, जैसी चाहोगे बैसी मदद करूंगी ।
देवर भाभी की बातें आगे बढ़ने लगी
देवर की फरमाइश भाभी परेशान
अमन की पढ़ाई के साथ साथ मोबाइल पर चैट ओर भाभी के साथ मस्तीभरी बातों का सिंसला चलता रहा, एक दिन अमन ने कोमल से कहा भाभी मैं अपने प्यार के बारे में आपको सब कुछ बताना चाहता हूँ मगर आप भाई को ना बता दें डर लगता है, कोमल ने कहा क्या बात करते हो मैंने इतने दोनों से कुछ बताया क्या ? तुम जो छुप कर सिगरेट पीते हो वो भी मुझे पता है, क्या मैंने बताया ? अमन अरे भाभी तुम्हें कैसे पता चला, कोमल ने कहा उसे छोड़ो तुम जो बता रहे थे वो बताओ, अमन ने कहा भाभी मैं आपको अपना सीक्रेट बता रहा हूँ तो फिर आपको भी अपना कोई सीक्रेट मुझे बताना होगा, वरना मैं भी कुछ नहीं बताऊंगा, कोमल ने कहा मेरा तो ऐसा कोई सीक्रेट है ही नहीं जो मैं तुम्हें बताऊं, अमन ने कहा आपको कुछ तो बताना होगा, कोमल ने कहा चलो तुम ही बताओ तुम्हे क्या बताऊँ अमन ने कहा कल सोच कर बताता हूँ, कोमल ने कहा ठीक है ।
अगले दिन कोमल के अमन से पीछा क्या सोचा, अमन ने कहा सोचा तो बहुत कुछ मगर आपसे कैसे कहूँ समझ नहीं आ रहा, कोमल ने कहा ऐसा क्या सोच लिया जो कह नहीं सकता, भाभी कुछ ऐसा ही है, कोमल चल अब बोल भी दे, अगर मुझे नहीं मंजूर होगा मैं ना कह दूंगी, अमन ने कहा भाभी वो भाई आपको कैसे प्यार करते हैं आपको अपना वो सीक्रेट मुझे बताना होगा, कोमल थोड़ा मुस्कराई ओर बोली लगता है तुम बड़े हो गए, कोई इंग्लिश मूवी देख लो पता चल जाएगा इस में सीक्रेट क्या है, अमन देवर भाभी के रिश्ते की मर्यादा से एक कदम आगे निकलते हुए, क्या live देख सकता हूँ । कोमल समझ गई अमन क्या कह रहा है , कोमल को थोड़ा गुस्सा आया ओर बोली हम तुम्हारे साथ थोड़ा मज़ाक कर लेते हैं और तुम्हे अपना समझते हैं, उसका यह मतलब नहीं तुम कुछ भी बोल दोगे, कोमल वहा से चली गई ।
गलती का एहसास
अमन को यह समझने में देर नहीं लगी कि उसने बहुत बड़ी गलती कर दी है, कुछ देर बाद वो कोमल के बेडरूम में गया और कोमल के पैरी हाथ लगाकर बोला मुझे माफ़ करदो भाभी पता नहीं मैं कब ऐसा सोच गया, कोमल का गुस्सा खत्म हो चुका था कोमल ने कहा कोई बात नहीं यह उम्र ही ऐसी है, फिर कई दिन कोमल अमन के पास नहीं गई, एक दिन अमन ने कहा भाभी चाय बना दो, उस दिन कोमल अपनी चाय भी साथ लाई ओर अमन के पास बैठकर ही चाय पीने लगी, कोमल को अमन के चहरे पर शर्मिंदगी अभी भी नज़र आ रही थी, कोमल ने अमन से कहा जो हुआ सो हुआ उसे भूल जाओ, मुझे पता है तुम बहुत अच्छे हो ।
अमन का इम्तेहान
कोमल देखना चाहती थी कि अमन के दिमाग से वो बात निकल गई या अभी भी है, एक दिन कोमल अमन के पास बैठी थी, उसने अमन से कहा तुम्हारी वो इच्छा पूरी हो सकती है मगर मेरी एक शर्त है, अमन ने कोमल को रोका और एक बार फिर माफ़ी मांगते हुए कहा, भाभी न तो मैंने आपकी शर्त सुननी है और न ही वो बात दुबारा याद करनी है, उस दिन के बाद मैं आपसे आंखे नहीं मिला पा रहा हूँ, मुझे पता है आप मेरा इम्तेहान ले रही है, सच भाभी अब मेरे दिमाग में ऐसा कुछ नहीं है ।
रिश्तों में मर्यादा
कोमल ने कहा रिश्तों में मर्यादा का होना बहुत जरूरी है, जिन रिश्तों में मर्यादा नहीं वो बहुत जल्दी टूट जाते हैं, हम में इतनी समझ होनी जरूरी है की हम जायज ओर नाजायज कर फर्क समझ सके, छोटी सी गलती जिंदगीभर का दर्द दे जाती है, घर और परिवार टूट जाते हैं ।
इस तरह यह देवर भाभी का रिश्ता ओर गहरा हो जाता है ओर अपनी पूरी love story अपनी भाभी को बताता है ओर कोमल अमन से कहती है तुम्हे जब भी शादी करनी हो मुझे बता देना तुम्हारे भाई और लड़की के घर वालों के साथ वो खुद बात करेगी ।