जिम के लिए रूम तैयार है

House cleaning


आज की कहानी में कशिश ओर उनकी सहेली जिम के लिए रूम तैयार करेंगी, आओ मझेदार पलों का मजा ले ।

जिम के लिए रूम तैयार है

पहले सुमन कशिश की सहेली थी और कोमल,राधा और नेहा सुमन की सहेली थी, ग्रुप पार्टी के बाद पांचों में अच्छी दोस्ती हो गई, पांचों में अब दोस्ती से भी कुछ बढ़कर था, उन्होंने जो पार्टी की थी उसे कई दिन बीत चुके थे, राधा और कोमल ने सुमन से पूछा अपने जिम वाले आइडिया का क्या हुआ, तो सुमन ने कहा अभी कशिश से कोई बात नहीं हुआ आज मिलती हूँ कशिश से ओर फाइनल करती हूँ । सुमन ने नेहा से बात की कि उसके पास जिम का सामान है भी या नहीं तो नेहा ने कहा तुम बताओ रूम सैट कर लिया क्या , मैं समान भेज देती हूँ, सुमन ने नेहा से कहा अभी नहीं , जब मैं बोलूंगी तब भेजना ।

सबसे बात करने में बाद सुमन कशिश के घर जाती है,

कशिश: सुमन आओ
सुमन:  सभी बार-बार पूछ रही है जिम की सैटिंग करें
कशिश: रोहित को तो कोई इतराज नहीं, मगर हमें थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी

कशिश सुमन को ऊपर रूम में ले जाती है, रूम काफी बढ़ था मगर उस में काफ़ी समान पड़ा था, कशिश ने कहा हमें यह समान यहां से हटाना पड़ेगा, सुमन ने कहा इस में क्या बड़ी बात है एक दिन उन तीनों को भी बोला लेते हैं ओर सफ़ाई कर देते हैं, कशिश ने कहा ऐसे तो रोहित भी मदद कर देगा, सुमन ने कहा रोहित की क्या जरूरत है , हम पहले सफाई करेंगे और फिर साथ में नहाएंगे, तुम चिंता क्यों करती हो हम इसमें भी मजे लेंगे । कशिश ने कहा जैसे तुम्हारी मर्जी तो फिर बुधवार को तय रहा, 10 बजे आ जाना और उन्हें भी कह देना, मिशन सफाई वो भी हॉट अंदाज में करने के लिए तैयार रहें, सुमन ok कहकर चली गई ।

बुधवार को सभी कशिश के घर पहुंच गई,

सुमन: ऐसा करते हैं कपड़े यही उतार देते हैं , ऊपर कहीं धूड़ मिट्टी है गन्दे हो जाएंगे यही से नहा कर पहन लेंगे ।

सभी ने कशिश के बैडरूम में कपड़े उतारे ओर वही रख दिये और लॉबी में सीढ़ियों से ऊपर रूम में चली गई, वहाँ बहुत सी किताबें अखबार टूटा फूटा समान रखा था, उन्होंने उसे खाली बोरों में भर दिया, कुछ सामान जो बाहर छत पर निकालने वाला था उसे कमरे से बाहर निकाल दिया, काफी मेहनत के बाद उन्होंने कमरा लगभग खाली कर दिया, कशिश ने नेहा की ओर देखा नेहा के बदन पर काफ़ी मिट्टी लगी हुई थी, कशिश नेहा के गोल-मटोल गबारों से मिट्टी साफ़ करते हुए बोली , आज तो यह भी गन्दे हो गए, तो नेहा ने कहा यह जानबूझकर गन्दे हुए हैं तुम्हारे हाथों से साबुन जो लगवानी है इन्होंने, अभी उनका हसीं मजाक चल ही रहा था कि नीचे लॉबी से किसी की आवाज आई, कशिश ने सुमन से पूछा तुमने दरवाजा बंद नहीं किया था तो सुमन ने कहा मैंने तो नहीं किया ,कशिश सोच में पड़ गई, अब नीचे कौन जाए , सभी के कपड़े तो नीचे बेडरूम में पड़े हैं ।

सभी एक दूसरे की तरफ देख रही थी कि क्या करें, लॉबी से फिर आवाज आई, मैडम आपने बुलाया था कोई कवाड़ देना है, कशिश को याद आया उसने परसों एक कवाड़ वाले को आने के लिये शायद वही है, कशिश ने कहा यह तो कवाड़ वाला है अब इसे कैसे भगायें, सुमन इधर-उधर कुछ ढूढने लगी, उसे एक पुरानी चादर मिल गई, उसने राधा से कहा इसे लपेट कर सीढ़ियों के पास जाओ और उसे बोल दो अभी हम सफाई कर रहे हैं कल आना, चादर इतनी छोटी थी की राधा का पूरा बदन ढक नहीं रहा था, तो राधा ने कहा ऐसा करो मैं बाहें ऊपर करती हूँ तुम मेरे गवारों को कवर कर इसे पीछे बांध दो बाकी मैं सम्भाल लुंगी, सुमन ने चादर को पीछे से बांद दिया, राधा चादर को आगे कर सीढ़ियों के पास गई, भईया कल आ जाना आज हम सफाई कर रहे हैं अभी समय लगेगा, राधा को डर था अगर गांठ खुल गई तो कवाड़ वाले के आगे उसका कचरा हो जाएगा, कवाड़ वाला बोला मेडम कवाड़ ऊपर ही है तो आप सफ़ाई करते रहो मैं कवाड़ उठा लूंगा, आपका काम जल्दी हो जाएगा, राधा ने जल्दी जल्दी कहा नहीं नहीं भईया आप कल ही आना, कहते ही राधा तेजी से कमरे में आ गई राधा को महसूस हो गया था चादर गिरने वाली है, राधा अभी पलटी ही थी कि चादर नीचे गिर गई, कवाड़ वाला अभी भी मैडम  मैडम बोल रही था, एक दो आवाज लगा कवाड़ वाला चला गया, सुमन तेजी से नीचे आई और उसने दरवाजे की कुंडी लगाई , सभी एक दूसरे की तरफ देख मुस्करा रही थी कि बच गए ।

कशिश ने कहा ऐसा करते हैं, पहले नीच चलकर हाथ मुँह धोकर खाने के लिए कुछ बना लेते हैं, बाकी की सफ़ाई बाद में करते हैं, पांचों नीचे आ गई, कशिश, सुमन ओर कोमल किचन में चली गई नेहा ओर राधा लॉबी में बैठ गई, नेहा ने कहा मैं थकी हुई हूँ ओर राधा ने कहा कवाड़ वाले को भगाने का रिस्क मैंने लिए इस लिए मैं भी आराम करूंगी, तुम तीनों खाना तैयार करो ।

सुमन: लाइफ में ऐसी आज़ादी बहुत सकून देती है ।
कशिश: वो तो ठीक है मगर लापरवाही कहीं हमें बदनाम न करदे ।
कोमल: आज बच ही गए
नेहा: आगे से डबल चैक करेंगे
राधा: हम कोनसा कुछ गलत कर रहे हैं, अपनी जिंदगी के कुछ पलों को अपने हिसाब से जी रहे हैं ।

सभी ने खाना खाया और फिर ऊपर रूम में चली गई, अब सिर्फ दीवारों ओर फर्श को साफ़ करना था, कुछ ही समय में उन्होंने कमरे कोई तैयार कर दिया, नेहा ने कहा मैं कल ही जिम का समान भेज दूंगी, एक दो दिन में पूरी सैटिंग कर देंगे । सुमन ने कहा यह तो सब अब हो ही जायेगा चलो अब नहाते हैं , पांचों नीचे की तरफ भागी ओर बाथरूम में घुस गई, सभी एक दूसरे पर साबुन फैंक रही थी , कशिश ने नेहा को अपनी तरफ खीच लिया, तुम्हारे गबारे जानबूझकर गन्दे हुए थे ना लाओ इनपर साबुन लगा कर साफ़ कर दूँ, काफ़ी देर सभी नहाती रही, नहाने के बाद सभी बैडरूम में आ गई, सभी अपने कपड़े ढूढने लगी, कपड़े पहन सभी ने कशिश को फिर से गले लगाया, सभी अपने-अपने घर की तरफ निकल गई ।

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आगे की कहानी में जिम की सैटिंग ओर एक्सरसाइज वो भी पूरी मस्ती में ।




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